बिहार में महागठबंधन ने सीटों का एलान कर दिया है।ऐसे में प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद नवादा का सीट सबसे ज्यादा सुर्खी में है।सुर्खी में रहना भी लाजमी है चूंकि राजद ने नाबालिग से रेप के आरोपी विधायक राजबल्लभ के पत्नी को नवादा से टिकट देकर ऐतिहासिक कार्य किया है।
महागठबंधन के सीट बंटवारे में गया से हम के जीतन राम मांझी, नवादा से राजद से विभा देवी, जमुई से रालोसपा के भूदेव चौधरी, औरंगाबाद से हम के उपेन्द्र प्रसाद उम्मीदवार होंगे. वहीं नवादा से विधानसभा सीट पर हम के धीरेंद्र कुमार सिन्हा उर्फ मुन्ना और डेहरी से राजद के मोहम्मद फिरोज उम्मीदवार होंगे.
माना जाता है कि नाबालिग से रेप करने के आरोपी विधायक राजबल्लभ यादव का नवादा में अच्छा पैठ है और वो वहां से एनडीए को टक्कर दे सकता है।राजद के तेजस्वी यादव हालांकि लगातार मुज्जफरपुर शेल्टर हाउस मामले में राज्य सरकार और ब्रजेश ठाकुर पर चिल्लाते रहे लेकिन खुद टिकट देते समय इस मामले से समझौता कर लिए।
ऐसे में चर्चा तेज हो गयी है कि राजद कि क्या मजबूरी थी कि रेप आरोपी के पत्नी को टिकट देना पड़ा।मजबूरी का मतलब साफ है कि वहां विधायक राजबल्लभ का अच्छा पैठ है और यह क्षेत्र राजद के गढ़ माना जाता है।तो पार्टी बिल्कुल भी अपने मास वोटर को नाराज नही करना चाहते थे और एनडीए को टक्कर भी देना था।
अब सोचने वाली बात है कि सरकार पर रेप ,बलात्कार आदि जैसे जघन्य मामले पर गला फाड़कर चिल्लाने वाले तेजस्वी यादव पर जब खुद पड़ी तो समझौता कर लिए।सोशल साइट्स पर खूब चर्चा हो रही है कि चिल्लाने वाले शर्म से प्रेस कांफ्रेस में नही आये।क्या सच मे यहीं राजनीति है कि जब अपना रोटी सेंकना हो तो हर कुछ सही हो जाता है ,हर अपराध माफ हो जाता है ?सोचिएगा आप भी ......
महागठबंधन के सीट बंटवारे में गया से हम के जीतन राम मांझी, नवादा से राजद से विभा देवी, जमुई से रालोसपा के भूदेव चौधरी, औरंगाबाद से हम के उपेन्द्र प्रसाद उम्मीदवार होंगे. वहीं नवादा से विधानसभा सीट पर हम के धीरेंद्र कुमार सिन्हा उर्फ मुन्ना और डेहरी से राजद के मोहम्मद फिरोज उम्मीदवार होंगे.
माना जाता है कि नाबालिग से रेप करने के आरोपी विधायक राजबल्लभ यादव का नवादा में अच्छा पैठ है और वो वहां से एनडीए को टक्कर दे सकता है।राजद के तेजस्वी यादव हालांकि लगातार मुज्जफरपुर शेल्टर हाउस मामले में राज्य सरकार और ब्रजेश ठाकुर पर चिल्लाते रहे लेकिन खुद टिकट देते समय इस मामले से समझौता कर लिए।
ऐसे में चर्चा तेज हो गयी है कि राजद कि क्या मजबूरी थी कि रेप आरोपी के पत्नी को टिकट देना पड़ा।मजबूरी का मतलब साफ है कि वहां विधायक राजबल्लभ का अच्छा पैठ है और यह क्षेत्र राजद के गढ़ माना जाता है।तो पार्टी बिल्कुल भी अपने मास वोटर को नाराज नही करना चाहते थे और एनडीए को टक्कर भी देना था।
अब सोचने वाली बात है कि सरकार पर रेप ,बलात्कार आदि जैसे जघन्य मामले पर गला फाड़कर चिल्लाने वाले तेजस्वी यादव पर जब खुद पड़ी तो समझौता कर लिए।सोशल साइट्स पर खूब चर्चा हो रही है कि चिल्लाने वाले शर्म से प्रेस कांफ्रेस में नही आये।क्या सच मे यहीं राजनीति है कि जब अपना रोटी सेंकना हो तो हर कुछ सही हो जाता है ,हर अपराध माफ हो जाता है ?सोचिएगा आप भी ......
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