हिन्दू अगर मुस्लिम लड़की को रंग लगा लिया तो शौर्य,मुस्लिम अगर हिन्दू लड़की को रंग लगा लिया तो अन्याय हो गया ! वाह रे धर्म के ठेकेदार

अब कुछ सीमित सोच वाले बंधु होली के रंग में कचरा भरना शुरू कर दिए है।व्हाट्सएप्प विश्वविद्यालय के तमाम शोधार्थी अब तक सैकड़ो तस्वीर भेज भेज कुछ लिखने के लिए कह रहे है।समझ मे नही आ रहा है इसमें मूल बात क्या है ? मुस्लिम लड़का हिन्दू लड़की के साथ होली खेले हिन्दू लड़का मुस्लिम लड़की के साथ खेले इसमें कौन सी बात है।सबसे बड़ी बात एक विज्ञापन को क्यों इतना प्राथमिकता दिया जा रहा है ? क्यो उसको सच ही मान लिया जा रहा है ?

सिर्फ एक्सेल के विज्ञापन को ब्रह्मा का लकीर क्यो माना जा रहा है?अगर आपके साथ मुस्लिम लडक़ी होली खेल रही है तो खेलिए मना कौन किया है।एक तस्वीर और आ रही है जिसमे हिन्दू लड़का और मुस्लिम लड़की को रंग लगाते दिखाया जा रहा है जिसको शौर्य बताया जा रहा है इसमें कौन शौर्य की बात भई ।एक तो सिर्फ एक्सेल अपना विज्ञापन किया अब ये शोधार्थी उसपर विवाद बढ़ा उसका और विज्ञापन कर रहा है।

होली के रंग को भंग न कीजिए।इस त्यौहार को भी हिन्दू मुस्लिम न कीजिए।रही बात विज्ञापन के सही मान लेने का तो हिन्दू बन्धु भी खूब मुस्लिम लड़की के साथ होली खेलते है।शौर्य शौर्य कर गन्दा कर रहे लोग रहम कीजिए।इसमें कोई शौर्य वोर्य की बात नही है ।

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