बदहाल एनएच के सवाल पर मंत्री जी बोले इस पर बाद में बात करेंगे...

ये बदहाल मधेपुरा है...ये बेहाल मधेपुरा है...ये नेताओं के तारणहार मधेपुरा है...ये खस्ताहाल मधेपुरा है...

आगामी 15 अगस्त को बिहार के अति वरिष्ठ ,नीतीश कुमार जी के खासमखास , ऊर्जा ,मध निषेध आदि(आदि इसलिए की साहब और भी विभाग के मंत्री है)  विभाग के अति सम्मानीय माननीय मंत्री श्री बिजेंद्र यादव जी स्टेडियम से जब भाषण देंगे कसम से धुर्रा छुड़ा देंगे।सात निश्चय योजना से तो खुद को तो दादा साहब फाल्के पुरस्कार पाये समझेंगे ही लेकिन कितना को उस दिन वो ये पुरस्कार बांट भी देंगे। हो सकता है अगर मंत्री जी खराब स्वास्थ्य के वजह से न भी आये तो डीएम साहब तो महफ़िल जमाएंगे ही और विकास की गंगा ,यमुना
,सरयू सब बहा देंगे।

कान साफ कराकर आने वाले मधेपुरा की जनता तो मानों लाज से गड़ जाएगी।वो कहेंगे आये तो थे पुलिस की परेड देखने लेकिन यहां तो मंत्री जी जलसा जमा दिए। मंत्री जी के जलसा बाद जब जिला प्रशासन बाकी विकास की गाथा गाते हुए कीर्तन गाएंगे तो लोग के मुंह से बस आह आह निकलेगा ..वाह वाह नही क्योकि ये रोड डीएम साहब से ऊपर की चीज है।

हां तो हम कह रहे थे जिला प्रशासन के विकास की कीर्तन वाली बात...वो बस विकास की बात करेंगे क्योंकि केवल विकास हुआ है नाला,शौचालय , जलमीनार, पेंशन,इंदिरा आवास आदि में जो व्याप्त भ्रष्टाचार है वो सब ऐसे है उस सब पर कार्रवाई हो रही है।रोड सब बनने वाला है नही क्योंकि जो नए वाले विकास पुत्र सांसद जी चुने गए है दिनेश चंद्र जी उनको मतलब नही है बस उनके कुर्ते का किरिच टाइट है बस..बाकी ख्याल ,जानकारी उनको भी है कि रोड मौत का कुआं बना हुआ है ।ऐसा इसलिए कि कल साहब गम्हरिया में एक मॉल का उद्घाटन करते हुए बोले है कि जल्द ही रोड निर्माण कार्य शुरू होगा।

और माननीय मंत्री बिजेंद्र यादव से कुछ मत बोलिएगा चूंकि वो बस किसी को गलिया सकते है काम की बात नही होगी उनसे काहे कि पिछले दिन बाढ़ सुखार समीक्षा बैठक करने मधेपुरा आये थे तो एक सवाल. .. सर एनएच 106 और 107 का हालत बहुत खराब है कब तक लोगों को निजात मिल पायेगा ? तो बड़े बेबाकी से कह दिए अभी नही इसपर बाद में बात करेंगे ।लेकिन अंदर बैठक में इंजीनियर सब से मंत्रणा किये थे ।

अब निर्लज्जता की हद देखिये,बहआई की हद देखिये,जनप्रतिनिधि के उदासीनता का हद देखिये, अपने काम से भागने का हद देखिये।वो जान रहे है कि यहां इस बदहाल सड़क के चलते दर्जनों मौत हुई है हजारों के हाथ पैर टूट चुके है,हजारों गाड़ी पलटी है लेकिन सब फीका है।चूंकि साहब के साथ तो एम्बुलेंस चलता है,स्काउट चलती है,लम्बी काफिला चलती है साहब को काहे का डर ,काहे का दिक्कत ।

और ई विधायक जी चंद्रशेखर बाबू इसका तो बात ही निराला है ये क्या कर सकते है।मजबूत विपक्ष की भूमिका में है बस।लगातार बदहाल एनएच की आवाज मोहल्ला से लेकर विधानसभा तक गड़गड़ाते रहते है।अब वो क्या करे ।कसम से शेखर बाबू को अगर याद होगा अपना निर्दलीय वाला दिन और पहली दफा राजद के नाम पर वोट वाला दिन जनता से ज्यादा खुदे उत्साहित हो रहे होंगे।काश वो जो शेखर बाबू बोले थे कुछो किये होते ।खैर कुछ नही ऐसे ईद - बकरीद ,15 अगस्त होली दिवाली आएगी जाएगी ।कहाँ फंसे हुए है दो चार जलेबी खाइए ,आदत बनाइए.


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